




- राजस्व विभाग ने समय पर नहीं किए अपडेट, साढ़े आठ हजार खसरे त्रुटिपूर्ण
रायगढ़। रायगढ़ जैसे जिले में राजस्व विभाग को ज्यादा सतर्क होकर तेजी से काम करना चाहिए। लेकिन लचर कार्यशैली के कारण अभी भी राजस्व अभिलेख दुरुस्त नहीं हैं। हैरानी की बात यह है कि जिले में एक लाख से भी अधिक नक्शे ऐसे हैं, जिनमें खसरा नंबर नहीं है। कलेक्टर ने राजस्व विभाग को अभिलेख दुरुस्ती का काम तेजी से करने का आदेश दिया है। इस बीच जिले में ऐसे कई आंकड़े सामने आ रहे हैं, जिसमे असमंजस की स्थिति पैदा हो रही है। जिले में 1,07,989 ऐसे नक्शे मौजूद हैं जिनका कोई खसरा नहीं है। मतलब इस जमीन की कोई पहचान नहीं है। वहीं 4, 38, 436 खसरे ऐसे हैं, जिनका नक्शा नहीं है।यह आंकड़े इसलिए परेशान कर रहे हैं क्योंकि इन्हीं की वजह से राजस्व विवाद हो रहे हैं। एक-दूसरे की जमीनों पर अतिक्रमण करने के मामले भी इसी कारण सामने आते हैं। जिले में त्रुटिपूर्ण खसरों की संख्या भी करीब 8800 है। इसका निराकरण भी नहीं हो पा रहा है। राजस्व विभाग को ऐसी जमीनों के रिकॉर्ड दुरुस्त करने की जरूरत है। डिजिटल सिग्नेचर भी सभी खसरों में नहीं हो सके हैं। नक्शे से छेड़छाड़ कर जमीन हड़पने के प्रकरण भी इसीलिए सामने आते हैं। सरकारी जमीन को भी निजी बताकर खाते में दर्ज किया जा रहा है।
छोटे टुकड़ों में हुई रजिस्ट्रियां
रायगढ़ जिले में भू-अर्जन में घोटाले भी राजस्व विभाग के कारण हुए हैं। छोटे टुकड़ों में जमीन की रजिस्ट्रियां हुई हैं। ज्यादा मुआवजा पाने के लिए कई टुकड़ों में जमीन को बांट दिया गया। मूल्यांकन में भी गड़बड़ी की गई। ऐसे कई घोटालों की जांच लंबित है।