धनबादा कंपनी खुलेआम कर रहा फर्जीवाड़ा!
@कलेक्टर द्वारा जारी विस्फोटक अधिनियम आदेश की उड़ा रहे धज्जियां!
@कंपनी की मनमानी से नदियों के अस्तित्व पर भी मंडरा रहा खतरा!
विस्फोटक अधिनियम व जिला कलेक्टर रायगढ़ के द्वारा दिए गए अनापत्ति प्रमाण पत्र के विरुद्ध फर्जी तरीके से कार्य कर रहा है धनबादा पावर एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेटलिमिटेड।
नदियों के संरक्षण और संवर्धन के लिए शासन द्वारा करोड़ों खर्च कर योजनाओं का लाभ दिया जाता है। मगर धनबाद कंपनी ने तो जीवनदायिनी नदियों को ही मिट्टी से पाटने में कोई कसर नहीं छोड़ा है।
धरमजयगढ़ —लघु जल विद्युत परियोजना अंतर्गत धरमजयगढ़ तहसील के भालूपखना ग्राम पंचायत के पटवारी हल्का नंबर 30 में स्थित भूमि खसरा नंबर 547, 252, 258 ,257 ,261 ,262 ,338, 343 ,344, 345 एवं 366 कुल खसरा नंबर 11 में 7.5 मेगावाट जल विद्युत परियोजना प्रोजेक्ट के कैनाल निर्माण एवं कंट्रोल ब्लास्टिंग ठेकेदार द्वारा कार्य किए जाने के लिए मेसर्स शिवम कंस्ट्रक्शन कंपनी मोहनी जिला सीधी मध्य प्रदेश द्वारा पत्थलगांव के श्री देवनारायण ड्रिलिंग कंपनी जिला जशपुर के माध्यम से कार्य कराए जाने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया गया था। मगर जब इस संबंध में देवनारायण ड्रिलिंग कंपनी से बात की गई तो उन्होंने किसी भी प्रकार का विस्फोट कार्य किए जाने से साफ इनकार कर दिया। उनके इन बातों से यह स्पष्ट होता है कि कंपनी अति संवेदनशील विस्फोट कार्य में भी मनमानी करते हुए फर्जी ढंग से कार्य कर रही है।जिससे निकट भविष्य आकस्मिक हादसा होने की प्रबल संभावना है,जिसमे कई निर्दोष लोगों की जान माल की हानि हो सकती है।यहां बता दें जिस कंपनी को
विस्फोटक अधिनियम के तहत पात्रता है, उसे छोड़कर किसी और से फर्जी ढंग से आवेदक द्वारा इस कार्य को कराया जा रहा है। वहीं इसके पहले भी कई ब्लास्टिंग फर्जी ढंग से वहा किए जा चुके हैं। वही इसे लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है, उनके द्वारा बताया गया है कि जल्द इस कार्य को बंद नहीं किया गया, तो वह स्वयं अपने संवैधानिक अधिकारों का प्रयोग कर इस फर्जी तरीके से हो रहे विस्फोट कार्य को बंद करवाएंगे। वहीं कंपनी के ऊपर भी सख्त से सख्त कड़ी कार्रवाई करवाए जाने की बात ग्रामीण जनों ने कही है। जिसकी लिखित शिकायत कलेक्टर रायगढ़ विस्फोटक नियंत्रक आगरा व रायपुर के से भी की गई है।
वही संबंधित थाने में भी एक लिखित शिकायत सूचना दी गई है। कंपनी के द्वारा कराया जा रहे इस फर्जी विस्फोट कार्य से ग्रामीणों में भी एक भय का माहौल व्याप्त है।वहीं दूसरी ओर मिट्टियों को खोद कर नदियों तक पाट दिया गया है,ये सब कार्य धनबादा कंपनी के संचालक मुरली कृष्णा,लाजनिंग हेड रोहित श्रीवास्तव जिनका की साइड पर कभी अता पता नहीं रहता,और उनके प्लांट मैनेजर साउथ इंडियन एसैय्या इंजीनियर सुनील चौधरी,कमलजीत सिंह, की देखरेख में हो रहा है। वही चट्टान को फोड़ने के लिए खाइनुमा कई बड़े गड्ढे भी किए गए हैं।इस धनबादा कंपनी में इतना कुछ फर्जीवाड़ा होने के बावजूद कंपनी के सभी जिम्मेदार अपनी जवाबदेही से बचने की कोशिश करते दिख रहे हैं।।