




कोयला मंत्रालय नौवें राउंड के तहत 32 कोयला खदानों को रखा था नीलामी सूची में, मंगलवार को खुली बोलियां
रायगढ़ 21फरवरी: कोयला मंत्रालय लगातार कमर्शियल माइनिंग में बढ़ोतरी कर रहा है। नौवें राउंड के लिए भी 32 कोयला खदानों को नीलामी के लिए रखा गया था जिसमें से धरमजयगढ़ के बायसी कोल ब्लॉक के लिए सामने आई कंपनियों के नाम ने चौंकाया है। जय अंबे रोड लाइंस, इंड सिनर्जी इंद्रमणि मिनरल्स और नीलकंठ कोल माइनिंग इस कोल ब्लॉक के लिए बिड डाली है। कोयला मंत्रालय को वाणिज्यिक कोयला खदान नीलामी के नौंवें दौर के तहत प्रस्तावित कोयला खदानों के लिए निविदाएं मंगवाई थी। कोयला मंत्रालय ने 20 दिसंबर 2023 को 32 कोयला खदानों के लिए कमर्शियल कोयला खदान नीलामी का नौवां राउंड शुरू किया था। इसके लिए बोलियां जमा करने की अंतिम तिथि सोमवार को थी। मंगलवार को टेक्निकल बिड खोली गई हैं।
नीलामी के 19 वीं लॉट 8 कोल ब्लॉक के लिए 28 कंपनियों की बिड आई हैं। पांच कोल ब्लॉक के लिए सिंगल बिड आई है। 14 कोल ब्लॉक के लिए किसी भी कंपनी ने रुचि नहीं दिखाई। वहीं 17 वें लॉट में पांच कोल ब्लॉक के लिए भी बिड आमंत्रित थी। इसमें से तीन के लिए सात कंपनियों की बिड़ प्राप्त हुई है। बाकी दो के लिए कोई बिड नहीं आई। इस तरह 32 कोल ब्लॉक में से 16 के लिए ही एक या एक से अधिक बोलियां प्राप्त हुई हैं। इसमें रायगढ़ के तीन कोल ब्लॉक बायसी, वेस्ट ऑफ बायसी और झारपालम टांगरघाट को रखा गया था। वेस्ट ऑफ बायसी के लिए कोई बिड नहीं आई। झारपालम टांगरघाट के लिए एक ही बिड मिली। जबकि बायसी के लिए चार कंपनियों ने बिड डाली है। इस कोल ब्लॉक को हासिल करने के लिए जय अंबे रोड लाइंस प्रालि रायपुर, इंड सिनर्जी लिमिटेड रायगढ़, इंद्रमणि मिनरल्स इंडिया प्रालि रायपुर और नीलकंठ कोल माइनिंग प्रालि में टक्कर होनी है। ये नाम पिछले दिनों सुर्खियों में रहे हैं।
ईडी की रडार में जय अंबे और इंद्रमणि
पिछले दो साल से कोल लेवी को लेकर छग में ईडी ने कई कार्रवाई की है। इसमें जय अंबे रोडलाइंस और इंद्रमणि मिनरल्स की भूमिका संदेहास्पदं है। इंद्रमणि ग्रुप के डायरेक्टर सुनील अग्रवाल तो अभी भी जेल में ही हैं। रायगढ़ में दो कोल वॉशरी भी इंद्रमणि ग्रुप ने खरीदी हैं। इसके अलावा जय अंबे रोड लाइंस के डायरेक्टर जोगेंद्र सिंह, अमेंद्र सिंह ठाकुर और धर्मेंद्र सिंह हैं। सीएसपीजीसीएल को आवंटित कोयला खदान से कोयला परिवहन का ठेका भी जय अंबे को मिला था। रॉबर्टसन साइडिंग का काम भी यही कंपनी कर रही थी। अब कोल ब्लॉक के लिए इन कंपनियों के बीच टक्कर होनी है।
एक ही कंपनी जिसका प्लांट
चारों में केवल इंड सिनर्जी ही ऐसी कंपनी है जिसके पास पावर प्लांट है। इसके अलावा बाकी तीनों कंपनियां कोल ट्रेडिंग और वॉशरी बिजनेस से जुड़ी हुई हैं। इंड सिनर्जी के डायरेक्टर घनश्याम डालमिया, श्रवण अग्रवाल व अन्य हैं। पिछले दिनों घनश्याम डालमिया के ठिकानों पर इनकम टैक्स ने छापेमारी की थी। नीलकंठ कोल माइनिंग ने इसके पहले सातवें राउंड में धरमजयगढ़ के ही शेरबंद कोल ब्लॉक को हासिल किया है। अब उससे जुड़े दूसरे कोल ब्लॉक के लिए भी बिड डाली है।