धरमजयगढ़ न्यूज़—जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव की तारीखें नजदीक आते जा रही हैं वैसे-वैसे चुनावी पारा भी चढ़ने लगा है वहीं जहां एक तरफ भाजपा ने अपने प्रत्याशी के रूप में हरिश्चंद्र राठिया को मौका दिया है
तो वहीं कांग्रेस ने पुनः एक बार लालजीत सिंह राठिया को अपना प्रत्याशी घोषित किया आपको बता दें कि लालजीत सिंह राठिया 2013 मैं प्रथम बार भाजपा के विधायक रहे स्वर्गीय श्री ओमप्रकाश राठिया को लगभग 20000 वोटो से पराजित किया ,वहीं 2018 के चुनाव में स्वर्गीय श्री ओम प्रकाश राठिया की बहू लीनव राठिया को भाजपा ने टिकट दिया कांग्रेस के लालजीत सिंह राठिया ने इस वर्ष भी उन्हे लगभग 40000 मतों के अंतर से पराजित किया जिसके बाद उन्हें छत्तीसगढ़ शासन में कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त हुआ उन्होंने अपना जनसंपर्क सदैव बनाए रखा कई सरकारी योजनाओं का लाभ उन्होंने दूर दराज अपने विधानसभा क्षेत्र की आम जनों तक पहुंचाने का कार्य किया वहीं
कुछ दिनों पूर्व नवरात्र पर्व के अवसर पर क्षेत्र के काफी किसान उन्हें उनके द्वारा कराए गए कार्य व शासन की जिन योजनाओं का उन्हें लाभ मिला है उन सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापन करने पहुंचे थे*बात की जाए यदि धरमजयगढ़ विधानसभा सीट को लेकर तो यह कांग्रेस का गढ़ रहा है*यहां अब तक हुए चुनाव के आंकड़े तो यही कह रहे हैं कि इस विधानसभा में 10 या 15 साल नहीं बल्कि लगातार 52 साल तक कांग्रेस का कब्जा रहा है 1980 में कांग्रेस नेता चनेश राम राठिया धरमजयगढ़ विधानसभा से पहली बार कांग्रेस की टिकट पर चुनावी मैदान पर थे इस चुनाव में उन्होंने भाजपा के प्रेम सिंह को 10472 बोट के अंतर से हराया था 1980 से 2003 तक लगातार वह विधानसभा का चुनाव जीतते रहे ह वही उनके द्वारा कराए गए विकास कार्यों पुल,पुलिया ,सड़क, बिजली पानी को लोग आज भी याद करते हैं वही उनके पुत्र वर्तमान विधायक लालजीत सिंह राठिया भी बखूबी निभा रहे हैं यही कारण है कि 2013 के चुनाव में उन्हें लगभग20000 वोटो से विजई हासिल हुई तो वहीं 2018 के चुनाव में यह आंकड़ा 40000 पर आ पहुंचा