




धरमजयगढ़।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा देश के 26 निर्दोष पर्यटकों की क्रूरतापूर्वक हत्या की गई, जो अत्यंत निंदनीय, अमानवीय एवं देश की एकता और सुरक्षा पर सीधा प्रहार है। इस गंभीर कृत्य के प्रतिकार में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने देशहित में सिंधु जल समझौते को रद्द करने की पहल की, जिसकी सराहना न केवल देशवासियों ने, बल्कि वैश्विक मंचों पर भी की जा रही है।किन्तु, अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के भीतर ही कुछ स्वघोषित नेता ऐसे राष्ट्रहितकारी निर्णयों का विरोध कर रहे हैं। कथित किसान नेता श्री नरेश टिकैत का यह बयान कि “भारत और पाकिस्तान के किसान एक हैं, अतः सिंधु जल समझौता रद्द नहीं होना चाहिए”, न केवल देश की 140 करोड़ जनता की भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाला है।
इस बयान के विरोध स्वरूप भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के आह्वान पर प्रदेश भाजपा किसान मोर्चा उपाध्यक्ष टीकाराम पटेल के नेतृत्व में पूरे भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुतला फूंक कर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।श्री नरेश टिकैत जैसे लोग देश की रोटी खाकर, देश के विरोध में बयान देते हैं, जो अत्यंत शर्मनाक और राष्ट्रविरोधी है। पूर्व में भी इन्होने किसान आंदोलन के नाम पर लाल किले की प्राचीर पर हुड़दंग मचाकर राष्ट्र को
अपमानित करने का कृत्य किया गया था।इस अवसर पर पूर्व मंडल अध्यक्ष गोकुल नारायण यादव, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष महेश चैननी,नगर पंचायत अध्यक्ष अनिल सरकार,उपाध्यक्ष जगन्नाथ यादव,जनपद पंचायत उपाध्यक्ष शिशु शशि पटेल,जगदीश सरकार,मुकेश हलदार,रामप्रसाद ढीमर,मोती बेहरा,हितेश आदित्य, नीरज विश्वास,सुरेश राठिया,महावीर बैरागी,गोविंद दास महंत,धनेश्वर भट्ट,इंदु जेठवानी,नटवर अग्रवाल,रमेश चैनानी,विश्वजीत विश्वास,विजय यादव,विश्वजीत शाना,नारायण प्रसाद ध्रुव,शैलेश हलदार सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।