




भाजपा के पास स्पष्ट बहुमत
कांग्रेस के कई सदस्य भाजपा के संपर्क में

धरमजयगढ़।
नगरीय निकाय चुनावों के बाद त्रिस्तरीय पंचायती राज चुनाओं में भी भाजपा की सुनामी के सामने कांग्रेस नही टिक पाई।जनपद पंचायत के पच्चीस सदस्यों के लिए हुए चुनाव में भाजपा के चौदह सदस्य जीत कर आएं हैं जो की स्पष्ट बहुमत है। वही ग्राम पंचायत में भी भाजपा समर्थित प्रत्याशियों की एकतरफा जीत हुई है।विधायक के गृह ग्राम छाल क्षेत्र में भी भाजपा जबरजस्त जीत दर्ज किया है।

जिला पंचायत कुल चार क्षेत्र हैं जिसमें एक को छोड़कर शेष सभी स्थानों पर भाजपा समर्थित प्रत्याशियों की जीत हुई है।इस तरह जिला पंचायत के अट्ठारह सीटों में भाजपा के सोलह उम्मीदवार जीतकर आएं हैं।इस तरह जिला में भाजपा का अध्यक्ष उपाध्यक्ष बनना तय हो गया है।इसी तरह जनपदों में भी अध्यक्ष उपाध्यक्ष बनाकर कांग्रेस को भाजपा चारो खाने चित करना चाहती है।जिसके लिए सभी भाजपा कार्यकर्ता सांसद राधेश्याम राठिया एवं जिला भाजपा अध्यक्ष अरुणधर दीवान के मार्ग दर्शन में जी जान से जुट गए हैं।विशेष कर धरमजयगढ़ जनपद पंचायत में पिछले दस साल से कांग्रेस का अध्यक्ष काबिज था लेकिन इस वर्ष भाजपा की यहां स्पष्ट बहुमत दिखाई दे रही है।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कुछ कांग्रेस समर्थित जनपद सदस्य भी भाजपा के संपर्क में हैं।भाजपा बहुमत में तो है

लेकिन इसमें अध्यक्ष पद के दावेदारों की कमी नहीं है।विदित हो कि धरमजयगढ़ जनपद पंचायत अध्यक्ष अनुसूचित जन जाति के महिला वर्ग के लिए आरक्षित है।भाजपा के चौदह विजयी सीट में छः अनुसूचित जनजाति वर्ग से महिला जनपद सदस्य जीत कर आएं हैं।जिनमे प्रमुख रूप से 2018 में विधान सभा चुनाव के भाजपा प्रत्याशी रहे श्रीमती लीनव बिरजू राठिया, पुर्व में जनपद पंचायत अध्यक्ष रहीं श्रीमती देवति राठिया, छाल कटाईपाली क्षेत्र से पूर्व जनपद पंचायत सदस्य श्रीमती कांति राठिया, कापु क्षेत्र से पूर्व सभापति श्रीमती दुर्गावती सिंह ठाकुर, चाल्ह से पूर्व जनपद सदस्य श्रीमती दुहनी बाई बैगा,जमारगी डी से मैनामती राठिया जीतकर आई है। वही कापू क्षेत्र से अनुसूचित जाति वर्ग के श्रीमती असंति भानु टंडन जीत कर आई हैं। उपाध्यक्ष पद के लिए दो शसक्त दावेदार चुनाव जीतकर आएं हैं जिसमें कापू मंडल के कुम्हीचुआं से विनय शर्मा दूसरी बार चुनाव जीतें हैं वही पहली बार धरमजयगढ़ क्षेत्र के ग्यारह नंबर सीट पर शिशु गुप्ता ने धमाकेदार जीत दर्ज करते हुए अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को लगभग 2500 सौ मतों के बड़े अंतराल से चुनाव हराया है

।जबकि पिछले बार इसी सीट पर कड़े मुकाबले में भाजपा समर्थित उम्मीदवार ने केवल छः मतों से अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को हराया था।बहरहाल अध्यक्ष का पद अनुसूचित जनजाति महिला के लिए आरक्षित होने के बाद उपाध्यक्ष पद पर सामान्य वर्ग के पुरुष का पुख्ता दावा बनता है।अब देखना होगा कि भाजपा कैसे सबको संतुष्ट करते हुए रणनीति अपनाती है

और दोनो पदों पर अपने अध्यक्ष उपाध्यक्ष बैठाती है।