




न्याय की फरियाद लेकर कलेक्टर और एसपी से मिले भालूपखना के ग्रामीण, सीमांकन और अवैध विस्फोट की मामले पर, तत्काल कार्रवाई की रखी मांग!

धरमजयगढ। रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ अंचल स्थित भालूपखना ग्राम के निवासियों ने एक बार फिर न्याय की गुहार लगाई है। सीमांकन विवाद और अवैध विस्फोटक प्रयोग की पीड़ा लेकर ग्रामीण जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के समक्ष प्रस्तुत हुए। उनका कहना है कि गांव की धरती पर जिस धनवादा पावर एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का प्रोजेक्ट संचालित हो रहा है, वह तय सीमा से कहीं अधिक भूमि पर अपना आधिपत्य जमाकर कार्य कर रही है।
ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन से कई बार सीमांकन की मांग की गई, किंतु हर बार उनकी पीड़ा को अनसुना कर दिया गया। असंतोष और असहायता की इस घड़ी में जब कोई मार्ग शेष न रहा, तो न्याय की अंतिम चौखट—कलेक्टर जनदर्शन—का सहारा लेना पड़ा।
ग्रामीणों ने बताया कि कंपनी ने न केवल अधिक भूमि पर कार्य आरंभ किया है, बल्कि रिहायशी इलाके के समीप विस्फोटक सामग्री का भी अनुचित व असुरक्षित प्रयोग किया जा रहा है, जिससे जन-जीवन संकट में पड़ गया है। इस अव्यवस्था और संभावित दुर्घटनाओं की आशंका से भयभीत ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक से भी सुरक्षा की मांग की है।

“कहते हैं, जब व्यवस्था मौन हो जाए, तब जन आवाज़ बनकर सड़कों पर उतरती है।” यही कारण रहा कि मंगलवार को भालूपखना से अनेक ग्रामीण जन कलेक्टर जनदर्शन में एकत्रित हुए। उनका कथन है कि कंपनी प्रबंधन पूर्व नियोजित ढंग से सीमांकन प्रक्रिया को टालने का प्रयास कर रहा है। कभी नक्शे की अनुपलब्धता, तो कभी प्रशासनिक बहाने—इन सबके पीछे कंपनी की मंशा पर प्रश्नचिन्ह खड़े हो गए हैं।
इस जन फरियाद के बाद, कलेक्टर एवं एसपी ने त्वरित कार्यवाही का आश्वासन देते हुए ग्रामीणों को न्याय मिलने की उम्मीद जगाई है। अब देखना यह है कि प्रशासनिक आश्वासन धरातल पर उतरता है या यह गुहार भी पूर्ववर्ती याचिकाओं की तरह धूल में मिल जाती है।
विस्फोटक लाइसेंस की वैधता पर उठ रहे हैं सवाल
