




छत्तीसगढ़ टुडे 24 न्यूज़ धर्मजयगढ़ —- धर्मजयगढ़ वनमंडल मैं बढ़ी हाथियों की तादाद से ग्रामीण बड़े डरे सहमे से है। वही बताया जा रहा है कि वनमंडल में लगभग सैकड़ो की संख्या मैं दल भ्रमण कर रहा है।
तेजी से बढ़ती हाथियों की संख्या को लेकर ग्रामीणों के माथे पर बढ़ी चिंता की लकीरें गांव में जन जीवन और उनकीआजीविका भी प्रभावित होते दिख रही है।हाथियों की उपस्थिति से किसान बहुत परेशान हैं, क्योंकि हाथी उनकी फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। यह स्थिति किसानों के लिए अत्यधिक कठिनाई का कारण बन रही है। फसलें नष्ट होने से केवल आर्थिक नुकसान नहीं हो रहा, बल्कि यह लोगों की मानसिक तनाव का भी कारण बन रहा है।
वन मंडल धर्मजयगढ़ के द्वारा हाथियों के संरक्षण व संवर्धन में किये जा रहे हैं करोड़ों के खर्च मगर स्थित है जस की तस इस पूरे विषय पर हाथी मेरा साथी के कार्यकर्ता सजल मधु ने जानकारी देते हुए बताया कि जिस तरह से वनों को समाप्त किया जा रहा है तो निश्चित ही हाथियों का आशियाना उजड़ रहा है। जंगल समाप्त होते जा रहे हैं और हाथी गांव और शहर की तरफ रुख करते जा रहे हैं। सरकार द्वारा भी कई परियोजनाओं के लिए जंगलों का सफाया किया जा रहा है धर्मजयगढ़ क्षेत्र में कई कोल माइंस प्रस्तावित है जिसके लिए कई हजारों पेड़ों की बलि दी जाएगी जंगलों को साफ किया जाएगा ऐसे में एक बड़ा सवाल उठता है कि जब जंगल ही समाप्त हो जाएंगे तो यह हाथी रहेंगे कहां??? वर्तमान में संचालित कई सड़क परियोजनाओं पत्थर उत्खनन कंपनियों द्वारा भी हाथी प्रभावित क्षेत्रों में बड़े जोर शोर से कार्य किया जा रहा है ।हाथी प्रभावित क्षेत्र होने के बाद भी पत्थर उत्खनन के लिए पत्थर की खदान आवंटित किया जाना भी अपने आप में एक बड़ा संदेहास्पद सवाल खड़ा कर रहा है???