




धरमजयगढ़।
प्रति नवरात्र की भांति इस वर्ष भी चैत्र नवरात्र में मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित कराए जाते हैं।जगत जननी मां भगवती सदा अपने भक्तों का मनोकामना पूर्ण करती हैं।मां भगवती देवी का मंदिर अंबेटिकरा धरमजयगढ़ से पश्चिम उत्तर दिशा में सात किलोमीटर की दूरी पर मांड नदी के तट पर स्थित है। भक्तों के आस्था के रूप में यहां आज भी बलि प्रथा जारी है।भक्तजन अपनी मनोकामना पूर्ति हेतु आज भी बकरे की बलि देते हैं।इसी तरह नारियल चुनरी बांधकर भी भक्तजन मन्नत मांगते हैं।माता रानी सभी की मनोकामना पूर्ति करते हैं।माता रानी के प्रताप का ही नतीजा है कि प्रति वर्ष भक्तों की संख्या बढ़ती ही जा रही है।इस वर्ष दो हजार साठ भक्तों ने अपनी मनोकामना पूर्ति हेतु ज्योति कलश प्रज्वलित कराएं हैं।अभी चैत्र नवरात्र में यहां मेला का आयोजन किया जाता है जिसमें लोक नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है
जिसे देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग आते हैं।इस वर्ष मेला में मुख्य आकर्षण का केंद्र बड़ा झूला होगा।आज रात्रि 8.00 बजे अंबेटिकरा में माता के सेवार्थ भवानी जागरण का आयोजन किया गया है।