




महज 19 वर्ष की उम्र से ही करते हैं रक्तदान यह साल में दो से तीन बार रक्तदान करते हैं
नंदकुमार चौबे 2016 बैच के राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं
मानव सेवा ही ईश्वर की सच्ची सेवा है और स्वामी विवेकानंद को अपना आदर्श मानते हैं।
नंद कुमार चौबे धरमजयगढ़ कोरोना कल में लॉकडाउन के समय अनाज बैंक की की स्थापना कर गरीबों में अनाज बटवाया था और काफी सक्रिय भूमिका में रहे ।
सारंगढ़ इसके बाद जगदलपुर मेएसडीएमहै वर्तमान में इनका स्थानांतरण बिलासपुर जिले में हुआ है
लोगों को हमेशा रक्तदान करने के लिए प्रेरित करते हैं और आज विश्व रक्तदान दिवस पर उन्होंने सबसे अपील की है की अधिक से अधिक संख्या में रक्तदान कर लोगों की जान बचाई एवं मानवता की सेवा करें
भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता की जानकारी में उनकी अच्छी पकड़ है रामायण और भजन काफी अच्छा गाते हैं