




रायगढ़ जिले में इंस्पेक्टर राज, टिमरलगा और गुड़ेली से आने वाली बिना टीपी की गाड़ियों की एंट्री
रायगढ़। खनिज विभाग में इंस्पेक्टर राज कभी खत्म नहीं होने वाला। एक बार फिर से लाइमस्टोन और डोलोमाइट की गाडिय़ों में मनमानी कार्रवाई की जा रही है। बिना रॉयल्टी के गाडिय़ों को पकड़ा जा रहा है, लेकिन बिना कार्रवाई के छोड़ा जा रहा है। अंतर्जिला बैरियर में भी अंधेर मचा हुआ है। सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला अलग बनने के बाद लाइमस्टोन और डोलोमाइट के 80 प्रश क्रशर उसी क्षेत्र के तहत आ गए। पर्यावरणीय स्वीकृति नहीं मिलने के कारण क्रशरों को रॉयल्टी पर्ची नहीं मिल रही है। बिना रॉयल्टी के ही क्रशरों से गिट्टी रायगढ़ भेजी जा रही है। दोनों जिलों के खनिज विभाग बेहतरीन रणनीति के तहत काम कर रहे हैं।
सारंगढ़ में बिना रॉयल्टी के गाडिय़ां निकल रही हैं। रायगढ़ में ऐसी गाडिय़ों पर कार्रवाई के बजाय उन्हें छोड़ा जा रहा है। खनिज विभाग में सरकार बदलने के बाद अचानक से इंस्पेक्टर राज शुरू हो गया है। यहां किसी बदलाव की बात बेमानी है क्योंकि जिस अधिकारी को जमीनी स्तर पर कार्रवाई करनी है, वह गाडिय़ों को खुला छोड़ रहा है। हाल ही में टिमरलगा से चार गाडिय़ां बिना रॉयल्टी के छातामुड़ा चौक के पास पकड़ी गई थी। कागजात मांगे गए तो क्रशर संचालकों ने फोन कर दिया। कुछ बातचीत के बाद चारों गाडिय़ों को छोड़ दिया गया। जबकि कलेक्टर रायगढ़ ने बिना रॉयल्टी गाडिय़ों को तुरंत जब्त करने का आदेश दिया है। कलेक्टर की सख्ती भी खनिज विभाग को नियंत्रित नहीं कर पा रही है।क्रशरों का ज्यादातर कारोबार रायगढ़ से होता है। सरकार को राजस्व दिए बिना अवैध खनन के लाइमस्टोन को बिना रॉयल्टी रायगढ़ भेजा जा रहा है। इस पर कार्रवाई के बजाय खनिज विभाग खुलेआम भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहा है। बिना रॉयल्टी की गाडिय़ों को लेन-देन कर छोड़ा जा रहा है।