
धरमजयगढ़ न्यूज़ —
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत जॉब कार्ड सत्यापन और कार्य योजना संबंधी डोर-टू-डोर अभियान जोरों पर है। जिला प्रशासन की इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण लाभार्थियों तक योजनाओं का पारदर्शी लाभ पहुंचाना और फर्जी कार्डों को हटाकर वास्तविक जरूरतमंदों को रोजगार सुनिश्चित करना है। धरमजयगढ़ सहित अन्य सभी ब्लॉकों में गतिविधियां तेजी से चल रही हैं।धरमजयगढ़ ब्लॉक में अभियान की गति

उल्लेखनीय रही है। यहां ग्राम पंचायतों पोटिया, आमापाली, विजयनगर, शाहपुर और दुर्गापुर में कार्य योजना, लेबर बजट संबंधी चर्चाएं और जॉब कार्ड सत्यापन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। इन गांवों में स्थानीय टीमों ने ग्रामीणों के साथ बैठकें कीं, जिसमें जल संरक्षण, सड़क निर्माण, वनरोपण जैसी परियोजनाओं पर फोकस किया गया। ब्लॉक में कुल 118 ग्राम पंचायतें हैं, और शेष सभी में यह प्रक्रिया जल्द शुरू हो जाएगी। ज़िला सहायक विकास विस्तार अधिकारी नरेगा श्री राजेश शर्मा ने बताया, “यह अभियान ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। हम पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित करेंगे।”

जिला कलेक्टर के निर्देश पर शुरू हुए इस अभियान के तहत तकनीकी सहायकों, रोजगार सहायकों, सरपंचों और पंचायत सचिवों की टीम घर-घर जाकर जॉब कार्डों का सत्यापन कर रही है। साथ ही, आगामी कार्य योजनाओं और लेबर बजट पर स्थानीय स्तर पर चर्चाएं आयोजित की जा रही हैं

। इससे ग्रामीणों में जागरूकता बढ़ रही है और वे अपनी मांगों को बेहतर ढंग से रख पा रहे हैं। जिला प्रशासन के अनुसार, रायगढ़ जिले में कुल 549 ग्राम पंचायतें हैं, और इस अभियान को सभी पंचायतों में समयबद्ध तरीके से पूरा करने का लक्ष्य है।
