





धरमजयगढ़ न्यूज़ —- जिला शिक्षा अधिकारी महोदय रायगढ़ के निर्देशानुसार दिनांक 18 9 2025 को विकासखंड स्त्रोत केंद्र के सभा कक्ष में विकासखंड शिक्षा अधिकारी धरमजयगढ़ एस. आर.सिदार के द्वारा एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई बैठक में जिला संरक्षक राजीव दुबे, संतोष कुमार सिंह जिला संयोजक मनबोध बेहरा के अतिथत्य एवं विकासखंड के समस्त प्राचार्य, शिक्षकों तथा संकुल समन्वयकों परीक्षा प्रभारी लखनलाल झरिया की उपस्थित में गो विज्ञान परीक्षा व उसके उद्देश्यों पर प्रकाश डाला गया. जिला संयोजक मनबोध बेहरा के द्वारा परीक्षा से संबंधित विषयो पर बल देते हुए गौ माता की महिमा उनके संवर्धन एवं संरक्षण हम सबका पुनीत कर्तव्य बताया समस्त प्राचार्य एवं समन्वय को को जागरुक करते हुए अपने अधीनस्थ समस्त विद्यालयों एवं प्रतिभागी छात्रों का पंजीयन कर इस परीक्षा में भाग लेने के लिए प्रेरित किया गया तथा गौ माता के वर्तमान दुर्दशा पर चिंता व्यक्त करते हुए उनकी सुरक्षा देख-रेख गौ पालन,गौ सेवा करने के लिए आम लोगों से अपील व अनुरोध करने की बातें कही. वही विकासखंड

धर्मजयगढ़ के संयोजक गौरी शंकर पांडे द्वारा गौ विज्ञान परीक्षा क्यों. किस लिए. पर विशेष प्रकाश डालते हुए अपने आध्यात्मिक विचारों से सभा को संबोधित किया. गौ माता की महिमा को विज्ञान सम्मत विचारों से श्रेष्ठता प्रदान की. संपूर्ण मानव जगत का कल्याण करने वाली जगत जननी प्रतिपादित किया. अपने मातृवत संवेदनशील विचारों को रखते हुए उन्होंने कहा कि गाय हम पालते नहीं बल्कि गौ माता हमें पालती है. गाय कोई प्राणी नहीं, गौ माता हमारी प्राण है

, गाय कोई जानवर नहीं, हमारी जान है, और जान है तो जहान है. इस अज्ञानता को उन्होंने भारतवर्ष के सदियों की गुलामी को कारण बताया. जिससे भारतीय सांस्कृति, सभ्यता, और मान्यताएं धीरे-धीरे नष्ट होती गई. और हम गौ माता को पालतू जानवर समझ बैठे. देश की भावी पीढ़ी जो हमारे विद्यालय में आज शिक्षा ग्रहण कर रही है. उन्हें अभी से जागरूक करते हुए गौ ज्ञान विज्ञान से जोड़ना है. इस पीढ़ी को देशी गाय का सम्पूर्ण विज्ञान बताकर उन्हें गौ व्रती एवं गौ सेवक बनाना ही हमारी परीक्षा का प्रमुख लक्ष्य बताया. वर्तमान परेशानियां,बीमारियों, उजड़ते जंगलों पर प्रदूषित वातावरण रेडिएशन.बंजर होती हमारी धरती और असामायिक अकाल मृत्यु,गौ हत्या आदि को रोका जा सके.

अन्यथा 40-50 वर्षों में इस सृष्टि पर गंभीर संकट आने की बातें कही.अगर हम सभी समस्याओं के समाधान पर जाएं तो सिर्फ और सिर्फ गाय ही इनका समाधान बताया है. निश्चित ही इस चिंतन शिविर, जागरूकता अभियान से आमजन मानस में भी वर्तमान गौ माता की दुर्दशा,गौ हत्या ,आवारा विचरण करने वाले गौ वंशो के प्रति एक महत्वपूर्ण सुधार एवं सुरक्षा की मनोवृत्ति का उद्भव होगा.भारतीय संस्कृति की जगत जननी गौ माता के साथ-साथ समस्त मानव जगत का भी संवर्धन एवं संरक्षण का कल्याणकारी प्रयास की दिशा में एक सार्थक पहल होगा. आज के इस चिंतन शिविर में विकासखंड शिक्षा अधिकारी द्वारा इस परीक्षा के महत्व को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा बच्चों को प्रतिभागी बनाने जागरूक करने के लिए प्रेरित करते हुए समस्त का आभार जताया है







