
छत्तीसगढ़ टुडे 24 न्यूज़ धर्मजयगढ़— नौ दिनों तक माता के नौ रूपों की पूजा अर्चना के बाद आज विजयदशमी पर धर्मजयगढ़ के क्लब मैदान में विशाल लगभग 50 फीट बने रावण का दहन किया जाएगा वही यहां का दशहरा पर्व अपने आप में काफी ऐतिहासिक महत्व रखता है रावण दहन के बाद होने वाला रामलीला का इतिहास भी यहां काफी पुराना दूर दराज के गांव से नाटक मंडली यहां आकर अपने रामलीला का प्रस्तुति करते हैं लगभग रात भर यह कार्यक्रम चलता है जिसमें समिति द्वारा प्रथम द्वितीय व तृतीय पुरस्कार का भी वितरण किया जाता है जिसे देखने के लिए आसपास क्षेत्र के ग्रामीण जन काफी तादाद में आज यहां पहुंचते हैं यह परंपरा लगभग 50–60 वर्षों से आज भी निरंतर जारी है

वही केदारनाथ मंदिर के तर्ज पर बना यहां का पंडाल लोगों के आकर्षण का मुख्य केंद्र बिंदु बना
