छत्तीसगढ़ टुडे 24 न्यूज़—खरीदी प्रारंभ होने के 9दिन बाद भी जिले के 103 धान उपार्जन केदो में अब तक बोहनी नहीं हो पाई है! राजनीतिक दृष्टिकोण से देखें तो लगता है कि जब से कर्ज माफी और प्रमुख पार्टियों द्वारा समर्थन मूल्य में वृद्धि की घोषणा की गई है तब से किसान धान बेचने में देरी कर रहे हैं बताया यह भी जा रहा है कि अभी धान बेच देने से खाते में राशि आते ही कर्ज की राशि खाते से कट सकता है जिसके कारण किसान अभी मंडी से दूरी बना रहे हैं,
धान खरीदी केदो में समिति प्रबंधक उपार्जन केदो में तराजू बांट लेकर खाली बैठे हैं, किंतु किसान धान बेचने के फिराक में नजर नहीं आ रहे हैं, गौरतलब है की प्रदेश में 1 नवंबर से नियमानुसार धान खरीदी प्रारंभ कर दिया गया है परंतु जिले के 104 धान उपार्जन केदो में 5 दिनों तक धान की बोहनी तक नहीं हो पाई है और अंत में 6 नवंबर को रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र के कोडातराए धान खरीदी केंद्र में 60 क्विंटल धान की बोहनी की गई,
जिसमें जिला प्रशासन ने स्वयं किसान का स्वागत करने गए थे परंतु इसके दूसरे दिन जिले में किसी भी धान खरीदी केदो में धान लेकर किसान नहीं पहुंच रहे हैं ,इसके कारण खरीदी केदो के समिति प्रबंधक से लेकर ऑपरेटर हमाल यहां तक तोल करने वाले कर्मचारी भी खाली बैठे किसानों का रास्ता देख रहे हैं, इस मामले में विपणन विभाग की माने तो इस साल 5 लाख एमटी का टारगेट है परंतु अभी तक कुछ एक को छोड़कर कही भी खरीदी नहीं किया गया है वही धरमजयगढ़ मंडी मै भी अब तक बोहनी नही हो पाई है