





धर्मजयगढ़ न्यूज़–89 वर्ष की उम्र में श्रीमती रुक्मिणी देवी श्रीवास्तव ने ली अंतिम सांस, आपको बता दें कि इनका जन्म मुंबई के मलाड में हुआ था वही इस दौर में उन्होंने जहां एक तरफ अंग्रेजों के हुकूमत का शासन देखा था, तो दूसरी तरफ विभाजन के समय का दर्द भी उन्होंने देखा, कुछ समय से वह बीमार चल रही थी जहां धर्मजयगढ़ अपने निवास स्थल पर कल अंतिम सांस ली वही उनका अंतिम संस्कार आज मांड नदी स्थित मुक्तिधाम में किया गया जिसमें नगर के सैकड़ो नागरिक मौजूद रहे वहीं मुखाग्नि उनके पुत्र प्रवीण श्रीवास्तव द्वारा की गई वे अपने पीछे तीन पुत्रों सहित दो बेटियों व पूरेको पूरे परिवार को रोता बिलखता छोड़ गई







