




रिहायशी क्षेत्र में बार-बार हो रही अवैध ब्लास्टिंग से दहशत में ग्रामवासी,धनबादा कंपनी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग.
धरमजयगढ। धरमजयगढ़ विकासखंड अंतर्गत ग्राम भालूपखना के शांत वातावरण को इन दिनों धनबादा कंपनी की मनमानी ने झकझोर कर रख दिया है। ग्रामवासियों की शिकायत है कि कंपनी के द्वारा रिहायशी इलाके के बेहद निकट बार-बार विस्फोट किया जा रहा है, जिससे जान-माल की गंभीर क्षति की आशंका बनी हुई है।
मामले को लेकर ग्राम के सम्मानित,सजग जागरूक नागरिक कमलसाय बैगा (पुत्र करमु, आयु 55 वर्ष) ने चौकी प्रभारी

रैरूमाखुर्द को सौंपे गए आवेदन में बताया कि धनबादा कंपनी द्वारा ग्राम की सीमा से मात्र 50 मीटर की दूरी पर बिना किसी पूर्व सूचना के बारंबार ब्लास्टिंग की जा रही है। दिनांक 4 मई 2025 को दोपहर करीब 2 बजे भी ऐसा ही एक विस्फोट किया गया, जिससे आस-पास के मकानों की दीवारों में दरारें पड़ गईं और ग्रामवासी भयभीत होकर घर छोड़ने को विवश हो गए।
और वहीं संबंध में कमलसाय बैगा ने यह भी बताया कि इस संबंध में पूर्व में भी पुलिस चौकी में शिकायत दी जा चुकी है, परंतु अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिससे ग्रामीणों में रोष गहराता जा रहा है। उनकी मांग है कि ग्राम की शांति और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए धनबादा कंपनी के विरुद्ध उचित कानूनी कार्यवाही की जाए।

आगे कमलसाय बैगा ने बताया है, कि यदि समय रहते कठोर कदम नहीं उठाए गए तो किसी बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता। और वहीं आगे भी आरोप लगाया है कि यह कृत्य न केवल नियमों का खुला उल्लंघन है, बल्कि आम नागरिकों के जीवन के साथ खिलवाड़ भी है। आगे उन्होंने कहा कंपनी की लापरवाही से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। और वहीं आगे उन्होंने कहा हम समस्त ग्रामवासी प्रशासन से मांग करते हैं कि ऐसे गैर-जिम्मेदाराना कृत्य के लिए संबंधित कंपनी और उसके कर्मचारियों के विरुद्ध तत्काल सख्त कार्यवाही की जाए,जनजीवन की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए दोषियों को दंडित किया जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जाए।
ताकि ग्राम में फिर से सामान्य जनजीवन बहाल हो सके और लोग भयमुक्त वातावरण में जीवन यापन कर सकें। लेकिन आगे उन्होंने और भी कहा कि यदि समय रहते स्थानीय प्रशासन कार्रवाई नहीं करती है,तो हम समस्त ग्रामवासी छत्तीसगढ़ के मुख्या के दरवाजा खटखटायेंगे, क्योंकि धनबादा कंपनी प्रबंधन और साथ ही स्थानीय प्रशासन के रवैए से परेशान हो चुके हैं।
इसके पूर्व भी धर्मजयगढ़ एसडीएम को लिखित में आवेदन देकर के अवैध विस्फोट बंद करने की शिकायत की गई थी। शायद जिसे नजरअंदाज कर दिया गया परिणाम यह हुआ कि कुछ दिनों के बाद ही कंपनी द्वारा गांव के अंदर ही विस्फोट किया गया जबकि आवेदन में अवैध विस्फोट का जिक्र किया गया था जिसकी दस्तावेज जांच कर कार्रवाई की मांग की गई थी। ग्रामीणों ने बताया कि शायद प्रशाशन को भी किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार हो।