




धरमजयगढ़।
पूरे देश में आज स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।सभी संस्थाओं में ध्वजारोहण रोहण किया गया।राष्ट्रगान गाया गया।भारत माता,महात्मा गांधी सहित महापुरुषों के जयकारे लगाए गए।कई जगह सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।मिष्ठान वितरण हुआ।मैं यह नहीं कह रहा की धरमजयगढ़ में ऐसा कुछ नही हुआ।सब कुछ हुआ।सभी संस्थाओं में ध्वजारोहण करने के बाद सभी शैक्षणिक संस्थानों से प्रभात फेरी के रूप में छात्र छात्राये मुख्य समारोह स्थल पहुंचे जहां मुख्य अतिथि जनपद पंचायत के अध्यक्ष श्री पुनीत कुमार राठिया थोड़ी देरी से पहुंचकर ध्वजारोहण किया और राष्ट्रगान हुआ।इसके बाद विभिन्न शिक्षण संस्थानों से आए छात्र छात्राओं ने परेड करते हुए तिरंगे झंडे और मुख्य अतिथि को सलामी दी। सब कुछ पहले जैसा ही हुआ लेकिन एक चीज हमेशा जो होता है वह नही हुआ…।

आपको लग रहा होगा ऐसा क्या है जो नही हुआ? जी हां छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन नही हुआ।है न गजब की बात..।इस बात की जानकारी हमें तभी हो गई थी जब मुख्य अतिथि के बगल में हमें बैठने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।हम लोगों ने पूछा की अभी तो माननीय मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन करना है तो उन्होंने कहा की इस साल मुख्यमंत्री का संदेश नही आया है।हम लोग सुनकर अवाक रह गए।हमारे एक मित्र से रहा नही गया और अनुविभागीय अधिकारी को फोन मिला दिया।अनुविभागीय अधिकारी राजस्व ने कहा कि रायगढ़ से संदेश ही नही आया है।ऐसा हुआ धरमजयगढ़ के स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह में।यह कितनी गंभीर बात है यह तो समाचार प्रकाशित होने के बाद ही पता चलेगा।