




धरमजयगढ़ न्यूज़ —– एक तरफ जहां शासन के द्वारा गरीब परिवारों के लिए निशुल्क चावल वितरण योजना लाई गई है तो वही इसका मटिया पलित करने में स्थानीय अधिकारियों ने भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक बड़े पैमाने पर चावल का शॉर्टेज कई राशन विक्रेताओं की दुकानों में बना हुआ है ,वही कई शिकायतों के बादभीकइयों पर कार्यवाही की गई है ।तो कइयों को जांच के रूप में अभय दान दिया गया है। यही कारण है कि समस्या आज भी जश की तस है, और हितग्राही परेशान हो रहे हैं।
खाद्य निरीक्षक की कार्यशैली से आक्रोशित हैं – राशन विक्रेता
बात- बात पर नोटिस और कार्यवाही का धमकी देने वाले खाद्य निरीक्षक अधिकारियों की चापलूसी को बनाता है अपनी कामयाबी की सीढ़ी
विजयनगर में आयोजित “विशाल जन समस्या निवारण शिविर” में पहुंचे जिला खाद्य अधिकारी को क्यों नहीं विजिट कराया विजयनगर के शासकीय उचित मूल्य की दुकान शासकीय उचित मूल्य की दुकान की खबरें आए दिन अखबारों की सुर्खियां बटोर रही हैं कभी ऑनलाइन वितरण को लेकर समस्या, कभी नेटवर्क, कभी घोटालो की खबर से पूरा छत्तीसगढ़ वाकिफ हैं लेकिन हर बार गलती सिर्फ छोटे दुकानदारों पर ही थोपी जाती हैं जिसके कारण बड़े घोटालेबाज अधिकारी बचकर निकल जाते हैं बात करे नव पदस्थ खाद्य निरीक्षक की तो इसे धरमजयगढ़ की मनहूसियत ही कहेंगे जिसके पदस्थापना के बाद से ही समस्याओं का अंबार लगा हुआ है अब आम नागरिक को कोई समस्या हो तो वो अधिकारियों से ही न्याय मांगता है लेकिन वर्तमान खाद्य निरीक्षक द्वारा हर टालने वाले काम के लिए पूर्व खाद्य निरीक्षक को जिम्मेदार बताता है संचालकों को शिकायत है कि कभी फोन नही उठाता और कभी बात करता है तो बदतमीजी से करता है सही समय पर राशन सामग्री की आपूर्ति नही होने के कारण हितग्राहियों से कहासुनी होती है।