
- जांच कैसे करें इसी असमंजस में फंसे अधिकारी, पटवारी-आरआई पर भी उठ रही उंगली, 62 लाख का नुकसान
रायगढ़, 22 अगस्त। पुसौर तहसील के सहदेवपाली स्थित सरस्वती राइस मिल का मामला बेहद गंभीर हो गया है। बिलासपुर संभागायुक्त से जांच के आदेश मिलने के बाद स्थानीय अधिकारी पशोपेश में हैं। कमिश्नर की फाइल भी करीब एक महीने तक एक अधिकारी ने दबाकर रखी थी, लेकिन खुलासा होने के बाद मजबूरन फाइल आगे बढ़ानी पड़ी। बताया जा रहा है कि जांच हुई तो राइस मिल मालिक और कुछ राजस्व कर्मचारियों के विरुद्ध अपराध दर्ज हो सकता है।व्यापारी को लाभ पहुंचाने के लिए शासन की जेब काट ली गई। रजिस्ट्री में स्टाम्प ड्यूटी कम लगे इसके लिए एक ही खसरा नंबर के करीब सवा एकड़ हिस्से का डायवर्सन निरस्त कर वापस कृषि भूमि कर दिया गया। पुसौर तहसील के सहदेवपाली में पटवारी हल्का नंबर 41 खसरा नंबर 29/1 रकबा 2.771 हे. में सरस्वती राइस मिल स्थापित की गई थी। इसके पूर्व 1993 में पूरी भूमि का व्यावसायिक डायवर्सन कराया गया था। स्वामी रामकुमार पिता नरसिंहदास ने 22-23 में आवेदन लगाया कि 2.771 हे. में से 1.901 में ही मिल लगी है। उन्होंने बाकी 0.870 हे. भूमि को पुन: व्यावसायिक/औद्योगिक से कृषि भूमि में डायवर्सन करने आवेदन लगाया।
