
लैलूंगा में अवैध धान कारोबार के खिलाफ प्रशासन की सख्ती अब नई रफ्तार पकड़ चुकी है। तहसीलदार शिवम पांडे के नेतृत्व में रविवार देर शाम किलकिला गांव में की गई दबिश ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी। प्राप्त जानकारी के अनुसार भूगदेव पैंकरा पिता दरोगा राम के घर में ओडिशा का अवैध धान रूप से संग्रहित करीब 75 क्विंटल धान बरामद किया गया, जिसे बिना लाइसेंस एवं वैध दस्तावेजों के रखा गया था। कार्यवाही इतनी तेज, फास्ट और अचूक थी कि गांव में प्रशासन की इस मुहिम की चर्चा आग की तरह फैल गई।
सूत्र बताते हैं कि बीते कई दिनों से क्षेत्र में धान की अवैध खरीद-फरोख्त की सूचनाएं लगातार प्रशासन तक पहुंच रही थीं। इसी आधार पर तहसीलदार शिवम पांडे की टीम ने योजनाबद्ध तरीके से रेड की और भूगदेव पैंकरा के यहां धान के बोरों का भंडारण पकड़ा। मौके पर ही टीम ने पंचनामा की कार्यवाही कर अवैध धान को जप्त किया गया। बताया जाता है कि धान का कोई वैध बिल, खरीद पर्ची या विवरण प्रस्तुत नहीं किया जा सका, जिसके बाद प्रशासन ने तत्काल धारा अनुसार कार्यवाही की प्रक्रिया शुरू की।

कार्यवाही के दौरान ग्रामीणों की भीड़ जुट गई और पूरा माहौल चौंक, चर्चा और सरगर्मी से भर उठा। कई लोगों का कहना है कि यह तो सिर्फ एक शुरुआत है, असली नेटवर्क अभी भी बाहर है। वहीं प्रशासन की इस सख्त कार्यवाही ने अवैध कारोबार से जुड़े लोगों में खौफ पैदा कर दिया है।
तहसीलदार शिवम पांडे ने मौके पर ही साफ संदेश दिया – धोखे से धान भंडारण, अवैध परिवहन या काला कारोबार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगा। पकड़े जाने पर कड़ी कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
इस तेज और निर्णायक कार्यवाहीं ने पूरे लैलूंगा ब्लॉक में प्रशासन की पकड़ और सख्ती का एहसास करा दिया। जहां पहले धान की खरीद-बिक्री चोरी-छिपे चलती थी, अब उसी तंत्र में भय और सतर्कता की लहर दौड़ गई है। ग्रामीणों का भी कहना है कि ऐसी कार्यवाही अगर लगातार जारी रही तो अवैध कारोबार पर बड़ी रोक लगेगी और सही किसानों को उनका उचित हक मिलेगा।
कुल 75 क्विंटल धान की जप्ती, आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज की तैयारी
इस कार्यवाही ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि अब अवैध धान भंडारण का खेल छुपाना आसान नहीं। प्रशासन की चौकसी बढ़ चुकी है और हर संदिग्ध गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
लैलूंगा में यह मामला अब चर्चा का सबसे बड़ा मुद्दा बन चुका है –
धड़ाधड़ छापे, भारी जप्ती, और प्रशासन के तेवर… धान माफियाओं की नींद उड़ चुकी है।
तहसीलदार शिवम पांडे की यह कार्यवाही आने वाले दिनों की बड़ी और कड़ी मुहिम का संकेत समझी जा रही है।
