




धर्मजयगढ़ न्यूज़ —- धर्मजयगढ़ के भालूपखना मै निर्माणाधीन 7.50मेगावाट लघु जल विद्युत परियोजना का संकट अभी टलने का नाम ही नहीं ले रहा है।नया मामला भू अर्जन से जुड़ा है।मिली जानकारी के अनुसार किसानों को जितने जमीन का मुआवजा दिया गया है।
धनबादा कंपनी के द्वारा उससे कही ज्यादा जमीनों का कब्जा कर कार्य किया जा रहा है।वही ग्रामीणों ने बताया कि कंपनी द्वारा मैटेरियल फेंकने के लिए कोई जमीन अलग से नहीं स्वीकृत कराई गई है।वो हमारे जमीनों मै ही फेक दे रहे है। जिससे हमें काफी नुकसान भी हो रहा है। कंपनी को इस परियोजना मै एक यार्ड जमीन की स्वीकृति लेनी थी। न कि हम किसानों के जमीनों मै कब्जा कर उसे फेंकना था।

ग्रामीणों के बताए अनुसार लगभग 30से 50 मीटर की चौड़ाई मै नहर निर्माण और रास्ते का कार्य चालू है।जिसका ग्रामीणों ने आवेदन कर सीमांकन कर जांच करने की बात कही है।वही इस पूरे विषय में धर्मजयगढ़ राजस्व अधिकारी धनराज मरकाम ने बताया कि किसानो द्वारा आवेदन किया गया है।

जल्द ही उनकी चिन्हित भूमि पर सीमांकन करवा दिया जाएगा। जांच के बाद आगे की कारवाही की जाएगी।