





धरमजयगढ़ न्यूज़ —- हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्रि पर्व का विशेष महत्व है। आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के साथ शारदीय नवरात्र आरंभ होता है। इस साल शारदीय नवरात्रि सितंबर माह की 22 तारीख से आरंभ हो रहा है। धरमजयगढ़ स्थित आदि शक्तिपीठ जगत जननी मां भगवती अंबेटिकिरा मंदिर की एक विशेष मान्यता है. देवी मां के प्रति लोगों की आस्था का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां दर्शन करने के लिए रायगढ़, अंबिकापुर, जशपुर,कोरबा,बिलासपुर, रायपुर के अलावा अन्य प्रांतों मध्यप्रदेश,ओडिसा, झारखंड,महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश सहित कोने-कोने से श्रद्धालु न सिर्फ पहुंचते हैं, बल्कि आस्था रूपी मनोकामना ज्योति कलश भी प्रज्वलित करवाते हैं. वही इस वर्ष ज्योति कलश की अनुमानित संख्या लगभग 2100 की बताई जा रही है. 9 दिनों तक चलने वाली इस पूजा का अपना एक विशेष महत्व है. वही दर्शन के लिए प्रतिदिन लगभग सैकड़ो की संख्या में लोग यहां मत्था टेकने पहुंचते हैं, साथ ही साथ माता के भंडारे को भी श्रद्धालू ग्रहण करते हैं.
भंडारे का आयोजन मां के भक्तों द्वारा कराया जाता है। वहीं समिति के सचिव टीकाराम पटेल ने बताया कि नवरात्रि पर्व को लेकर यहाँ की लगभग सभी तैयारियां पूर्ण हो चुकी है। वही कुछ दिनों पूर्व प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी का धरमजयगढ़ दौरा हुआ था जिसमें मंदिर जीर्णोद्धार एवं सौंद्रीकरण कार्य के लिए उनके द्वारा घोषणा की गई है और भी कई सौगातें यहां को मिली है.आने वाले समय में यहां कई निर्माण कार्य होंगे।







