





धरमजयगढ़। देशभर की तरह धरमजयगढ़ तहसील के ग्राम पंचायत पुटूकछार और धौराभाठा गांव में भी गणेश महोत्सव का उल्लास अद्भुत रूप में देखने को मिला। नगर से लेकर गांव की गलियों तक श्रद्धा और भक्ति का अनुपम दृश्य उपस्थित था।बच्चों की किलकारियों से लेकर बुजुर्गों के आशीष तक, हर कोई गणेश भक्ति में डूबा दिखाई दिया। महिलाएं मंगल गीतों की स्वर लहरियों में रमी हुई थीं, तो युवाओं का उत्साह उत्सव में नई ऊर्जा भर रहा था। भजन-कीर्तन की गूंज से सम्पूर्ण वातावरण सराबोर हो गया और मानो गांव की धड़कनों में गणपति का स्वरूप बस गया हो।

वहीं विसर्जन के दौरान श्रद्धालुओं की आंखें नम हो उठीं। ‘गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ’ का गगनभेदी उद्घोष करते हुए भक्तों ने सिद्धिविनायक गणेश जी को विदा किया। यह विदाई केवल मूर्ति की नहीं, बल्कि भक्त और भगवान के आत्मिक मिलन का प्रतीक बनी। गांव की पगडंडियों से लेकर नदी किनारे तक गणेश उत्सव का रंग छाया रहा। श्रद्धा और उल्लास से सराबोर इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि गणेश महोत्सव केवल त्योहार नहीं, बल्कि आस्था और एकता का उत्सव है, जो हर हृदय में भगवान गणेश की छवि अंकित कर जाता है।







