





धरमजयगढ़ न्यूज़ । रैरुमा खुर्द (देवमाटी) गांव में मृतक मायकल मिंज की संदिग्ध मौत को लेकर आज परिजन और ग्रामवासियों ने रैरुमाँ नयापारा चौक पर चक्का जाम किया। ग्रामीणों और परिजनों का आरोप है कि पुलिस और प्रशासन द्वारा मामले को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी संदिग्ध रूप से तैयार की गई है।
मामले की शुरुआत 01 सितम्बर 2025 को हुई, जब मायकल मिंज, पिता स्व. अलबीर मिंज, रात करीब 8 बजे प्रेमिका से मिलने गया और घर वापस नहीं लौटा। अगले दिन, 02 सितम्बर 2025 को, दोपहर लगभग 3 बजे गांव की एक महिला ने मायकल का शव ब्रिज के पास, खेत की ओर लगे तेंदू के पेड़ पर लटका पाया। शव को देखते ही परिजन और ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे।
घटना की सूचना पर ग्रामीणों ने रैरुमा खुर्द पुलिस चौकी, धरमजयगढ़, जिला रायगढ़ को दी, लेकिन रिपोर्ट दर्ज करने के बाद एफ.आई.आर. की कॉपी नहीं दी गई। देर शाम होने के कारण शव को वहीं रखा गया।03 सितम्बर 2025 को पुलिस अधिकारीयों चिन्तामणी कुर्रे और अशिष तिग्गा की उपस्थिति में फॉरेन्सिक टीम ने पंचनामा एवं जांच की। शव को पेड़ से उतारने के बाद देखा गया कि मृतक के शरीर पर कई चोट के निशान मौजूद थे, जिनसे आत्महत्या की संभावना कम प्रतीत होती है। साथ ही, परिवार और ग्रामवासियों ने बताया कि शरीर के निजी अंगों पर भी गहरे निशान पाए गए, जो हत्या की ओर इशारा करते हैं।
परिवार और ग्रामीणों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट सही नहीं है और डॉक्टर द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में तथ्य गलत दर्शाए गए हैं। उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि यदि दोषियों को सजा नहीं दी गई और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गड़बड़ी पाए जाने पर चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई, तो वे उग्र आंदोलन कर सकते हैं।आज 25 सितम्बर 2025 को सुबह 10 बजे से ग्रामीणों ने नयापारा चौक पर चक्का जाम किया। मौके पर पुलिस बल मौजूद रहा और स्थिति को शांत करने का प्रयास किया। ग्रामीण और परिजन अधिकारियों से निष्पक्ष जांच, पुनः चिकित्सा जाँच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
इस मामले में स्थानीय प्रशासन और पुलिस पर दबाव बढ़ गया है, और सभी की निगाहें अब जांच टीम पर टिकी हैं कि क्या न्याय मिल पाएगा या नहीं।







