





धरमजयगढ़ न्यूज़ —वैदिक मंत्रो उच्चारण के साथ विधि विधान से 10 दिनों के अनुष्ठान पश्चात माँ दुर्गा की भव्य शोभा यात्रा निकली गई.जिसमे सैकड़ो की संख्या मै श्रद्धालु शामिल हुए!
मान्यता है कि जैसे बेटियां मायके आकर कुछ दिन बिताकर ससुराल लौट जाती हैं, उसी तरह मां दुर्गा भी नवरात्रि के दौरान धरती पर आती हैं और नौ दिन रहने के बाद कैलाशधाम लौट जाती हैं. विदाई के समय बेटियों को जैसे वस्त्र, श्रृंगार और भोजन दिया जाता है, वैसे ही माता की प्रतिमा के विसर्जन के समय भी एक पोटली में ये सामग्री रखकर उनके साथ जल में प्रवाहित की जाती है.
करमा नृत्य के साथ ढ़ोल नगाड़े और डीजे की धुन में भक्त भी नाचते गाते दिखे.ये यात्रा नीचे पारा से राजीव गाँधी चौक, सिविल लाइन चौक, दशहरा मैदान, गाँधी चौक, बस स्टैंड, पोस्ट ऑफिस होते हुवे नीचे पारा से मांड नदी तट पहुंची जहाँ पूजा पाठ कर विसर्जन किया गया.







