





धरमजयगढ़। त्यौहारों की रौनक के साथ ही धरमजयगढ़ क्षेत्र में मदिरा बिक्री ने रफ्तार पकड़ ली है। शासकीय दारू दुकान से झोले में भर-भरकर कोचिये शराब बाहर ले जाते देखे जा रहे हैं। नतीजतन, स्थानीय मदिरा प्रेमियों को अपनी पसंद का ब्रांड तक उपलब्ध नहीं हो पा रहा। यह पूरा खेल दुकान में पदस्थ सेल्समैन की मिलीभगत से संचालित होने की बातें सामने आ रही हैं।जो दोहरी नीति का लाभ उठा रहे है.
बता दें,त्यौहार के मौसम में जहां रावण दहन और विजयादशमी जैसे सांस्कृतिक आयोजन हो रहे हैं, वहीं गांधी जयंती के अवसर पर घोषित शुष्क दिवस की पूर्व दो दिन पहले शराब की बिक्री अचानक चरम पर पहुँच गई है। विभाग की उदासीनता के कारण अवैध मदिरा कारोबारियों के हौसले बुलंद हैं, जो खुलेआम अपनी सक्रियता से ग्रामीण और शहरी इलाकों तक शराब पहुँचा रहे हैं।
वहीं स्थानीय जनमानस का कहना है, कि प्रशासन यदि समय रहते इस ओर ध्यान नहीं देता, तो शुष्क दिवस और त्योहारों की आड़ में अवैध कारोबार और अधिक बढ़ सकता है।







