
रायपुर: 22 नवंबर 2025। छत्तीसगढ़ में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान को लेकर एक नया मोड़ आ गया है। जहाँ एक तरफ राज्य निर्वाचन आयोग (SEC) ने गलत जानकारी देने वालों9 को एक साल तक की जेल की कड़ी चेतावनी दी है, वहीं दूसरी ओर एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (ADR) ने इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया की अंतिम तिथि बढ़ाने की मांग उठा दी है।SIR फॉर्म भरने की अंतिम तिथि वर्तमान में 4 दिसंबर तय की गई है। लेकिन ADR के राज्य संयोजक गौतम बंद्योपाध्याय ने मुख्य चुनाव अधिकारी को पत्र लिखकर यह तर्क दिया है कि प्रदेश में इस समय धान खरीदी का काम अपने चरम पर है। चूंकि राज्य के अधिकांश लोग खरीदी केंद्रों और खेती के कार्यों में व्यस्त हैं, इसलिए वे समय पर SIR गणना प्रपत्र नहीं भर पा रहे हैं। ADR का मानना है कि यदि तिथि नहीं बढ़ाई गई, तो बड़ी संख्या में पात्र मतदाता सूची से वंचित रह सकते हैं। बंद्योपाध्याय ने पत्र में यह भी मांग की है कि प्रक्रिया से जुड़े कुछ भ्रमों पर आयोग जल्द ही मार्गदर्शन जारी करे।राज्य निर्वाचन आयुक्त यशवंत कुमार ने अपने आदेश में स्पष्ट कर दिया है कि बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) या आयोग का कोई भी कर्मचारी किसी भी मतदाता से OTP (वन-टाइम पासवर्ड) या व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगता है। “मतदाता से न ही फोन के माध्यम से निर्वाचन आयोग का कोई भी कर्मचारी किसी भी मतदाता से ओटीपी पूछता है। पर्सनल जानकारी मांगने पर किसी को ना बताएं। ऐसा होने पर थाने में शिकायत कर सकते हैं।” यह चेतावनी साइबर धोखाधड़ी के बढ़ते खतरों के मद्देनजर अत्यंत महत्वपूर्ण है, ताकि मतदाता सूची अपडेशन के नाम पर लोग ठगी का शिकार न हों।
